विश्व प्रवासी पक्षी दिवस 2025 की थीम, इतिहास और महत्व

साल में दो बार मई और अक्टूबर के दूसरे शनिवार को विश्व प्रवासी पक्षी दिवस मनाया जाता है। 2025 में World Migratory Bird Day 10 मई और 11 अक्टूबर को है। आइए इस साल की थीम के बारे में जानते है।

World Migratory Bird Day कब, क्यों और कैसें मनाया जाता है?

प्रतिवर्ष मई और अक्टूबर महीने के दूसरे शनिवार को मनाए जाने वाला विश्व प्रवासी पक्षी दिवस इस साल 2025 में 10 मई और 11 अक्टूबर 2025 को मनाया जा रहा है। अपने बच्चों को पालने, प्रजनन करने या मौसम की मार से खुद को बचाने के लिए जब पक्षी सर्वोत्तम पारिस्थितिक परिस्थितियों एवं आवास की खोज में सैकड़ों और हजारों किलोमीटर का सफर तय करते है, तो इसे “प्रवास” कहा जाता है।

आज कई पक्षी इस यात्रा के दौरान थकने, प्यास लगने या भोजन की कमी से मर जाते है, ऐसे में इन्हें हम मनुष्यों की मदद की आवश्यकता होती है, इसीलिए प्रवासी पक्षियों और उनके आवासों के संरक्षण की आवश्यकता को समझते हुए साल में दो बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रवासी पक्षी दिवस (World Migratory Bird Day) मनाया जाता है।

विश्व प्रवासी पक्षी दिवस 2025
विश्व प्रवासी पक्षी दिवस 2025
वर्ल्ड माइगेट्री बर्ड डे के बारे में
नामविश्व प्रवासी पक्षी दिवस (World Migratory Bird Day)
शुरूआतवर्ष 2006 में
कबमई और अक्टूबर का दूसरा शनिवार
उद्देश्यप्रवासी पक्षियों के पारिस्थितिक महत्त्व एवं संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाना।
थीम (2025)क्रिएटिंग वर्ड फ्रेंडली सिटीज एंड कम्युनिटीज
तारीख़10 मई 2025 और 11 अक्टूबर 2025

 

विश्व प्रवासी पक्षी दिवस की शुरूआत कैसे हुई? (इतिहास)

प्रवासी पक्षियों और उनके आवासों के संरक्षण की आवश्यकता को विश्व भर के लोगों को समझाने और उन्हें जागरुक करने के लिए साल में दो बार मई और अक्टूबर के दूसरे शनिवार को विश्व प्रवासी पक्षी दिवस मनाया जाता है।

वन्य जीवों की प्रवासी प्रजाति और अफ्रीकी-यूरेशियाई वॉटरबर्ड समझौते (AEWA) के संरक्षण पर सम्मेलन के सचिवालय द्वारा आयोजित, विश्व प्रवासी पक्षी दिवस एक वार्षिक, वैश्विक जागरूकता बढ़ाने वाला अभियान है। जो प्रवासी पक्षियों और उनके आवासों की संरक्षण की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है।

इसे मनाए जाने की शुरुआत वर्ष 2006 में अफ्रीकी-यूरेशियन प्रवासी जल पक्षी संरक्षण समझौते (AEWA) के सचिवालय द्वारा वन्यजीवों की प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण (CMS) पर कन्वेंशन के सचिवालय के सहयोग से की गई थी।

 

पहली बार वर्ल्ड माइगेट्री बर्ड डे कब मनाया गया?

वर्ष 2006 में प्रवासी जल पक्षी दिवस (Migratory Waterbird Day) को विश्व प्रवासी पक्षी दिवस के रूप में विस्तारित किए जाने के बाद पहला वर्ल्ड माइगेट्री बर्ड डे 8-9 अप्रैल, 2006 को “प्रवासी पक्षियों को अब हमारे समर्थन की आवश्यकता है!” थीम के साथ मनाया गया था। हालंकि 13/14 मई 2006 के सप्ताहांत पर, पश्चिमी गोलार्ध में सैकड़ों लोग यह दिवस मना रहे थे।

 

वर्ल्ड माइगेट्री बर्ड डे क्यों मनाया जाता है?

वर्ल्ड माइगेट्री बर्ड डे मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य लोगों के अंदर प्रवासी पक्षियों के प्रति जागरुकता पैदा करना और उन्हे बचाना है। ताकि वे सही सलामत अपने देश लौट सके और फिर मौसम अनुसार वापस भी आए।

सभी प्रवासी पक्षी हमारी साझा प्राकृतिक विरासत का हिस्सा हैं। और वे प्रजनन, भोजन और विश्राम के लिए अपने प्रवास मार्गों के नेटवर्क पर निर्भर हैं।


प्रवासी पक्षियों को संरक्षित करने की आवश्यकता क्यों है?

प्रवासी पक्षी हमारे और पारिस्थितिक तंत्र के लिए काफी फायदेमंद हैं, पक्षियों के द्वारा ही फूलों में परागकण प्रक्रिया, बीज फैलाव एवं कीट नियंत्रण जैसी महत्वपूर्ण कार्य किए जाते हैं। साथ ही यह पर्यटन और फोटोग्राफी जैसी प्रमुख आर्थिक लाभ और लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं।

आप भी आज से अपने बगीचे में या छत पर पक्षियों के लिए दाना-पानी एवं उनके आश्रय व आराम करने की व्यवस्था आवश्य करें।

 

World Migratory Birds Day
World Migratory Birds Day

 

 

विश्व प्रवासी पक्षी दिवस 2025 की थीम (विषय)

हर साल, विश्व प्रवासी पक्षी दिवस एक वार्षिक थीम प्रस्तुत करता है, जिसका उद्देश्य प्रवासी पक्षियों को प्रभावित करने वाले मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और उनके संरक्षण के लिए दुनिया भर के लोगों और संगठनों को प्रेरित करना होता है। इस साल विश्व प्रवासी पक्षी दिवस 2025 की थीम ‘पक्षियों के अनुकूल शहर और समुदाय बनाना’ (Creating Bird-Friendly Cities & Communities) है। पिछली साल 2024 में इसे “कीड़ों की रक्षा करें, पक्षियों की रक्षा करें” (Protect Insect, Protect Birds) विषय के साथ मनाया गया था, जो प्रवासी पक्षियों के लिए कीड़ों के महत्व पर ध्यान केंद्रित करता है, और कीड़ों की घटती आबादी से संबंधित चिंताओं को उजागर करता है।

पिछली साल 2023 की थीम “जल: सतत पक्षी जीवन” (Water: Sustaining Bird Life) है। यह थीम और नारा प्रवासी पक्षियों के लिए पानी के महत्व पर केंद्रित है, जो हमारे ग्रह पर जीवन का मूलभूत आधार थी।

पिछली साल 2022 में Migratory Bird Day की Theme ‘प्रवासी पक्षियों पर प्रकाश प्रदूषण का प्रभाव‘ (Impact of Light Pollution on Migratory Birds) थी, और इस साल का स्लोगन (नारा) “रात में पक्षियों के लिए रोशनी कम करें!” (Dim the Lights for Birds at Night!) था।

साल 2021 में इसे “Sing, Fly, Soar, like a Bird” थीम के साथ मनाया गया था, तो वहीं 2020 का विषय “Birds Connect Our World” (पक्षियों के माध्यम से जुड़ी पूरी दुनिया) था।

पिछले कुछ सालों की थीम
वर्षथीम
2022Impact of Light Pollution on Migratory Birds
2021Sing, Fly, Soar, like a Bird
2020Birds Connect Our World
2019Protectd Birds: Be the Solution to Plastic Pollution
2018Unifying Our Voices for Bird Conservation
2017Their Future is our Future
2016Stop the illegal killing, taking and trade of Migratory Birds!
2015Energy – make it bird-friendly!
2014Destination Flyways: Migratory Birds and Tourism
2013Networking for migratory birds

 

अंतर्राष्ट्रीय घूमंतू पक्षी दिवस कैसे मनाया जाता है?

हर साल दुनिया भर के लोग और समर्पित संगठन सैकड़ों सार्वजनिक कार्यक्रम जैसे पक्षी उत्सव, शिक्षा कार्यक्रम, प्रदर्शनियां और बर्ड-वॉचिंग का आयोजन करते हैं। और विश्व भर में पक्षियों और पक्षी संरक्षण के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए विविध भागीदारों के साथ काम करते है। उनके कार्यक्रम बच्चों और वयस्कों को बाहर जाने, पक्षियों के बारे में जानने और उनके संरक्षण में भाग लेने के लिए प्रेरित करते हैं।

आप भी अपने छत पर पक्षियों के आराम करने और भोजन-पानी का इंतजाम करें और अच्छे फूल-पौधे लगाकर आप उन्हे आकर्षित कर सकते है। कुछ पक्षी कीड़े-मकौड़े खाते है ऐसे में उनके लिए इसका प्रबंधन आपके बागीचे की उपजाऊ मिट्टी से हो सकता है। (ध्यान रखें की यह स्थान कुत्ते या बिल्ली की पहुंच से दूर हो)

 


भारत में आने वाले प्रमुख प्रवासी पक्षी कौन से है?

भारत में आने वाले पांच प्रमुख प्रवासी पक्षी है साइबेरियन सारस (Siberian Cranes), अमूर फाल्कन (Amur Falcons), राजहंस (Greater Flamingo), रोजी पेलिकन (Rosy Pelican) और एशियाई कोयल (Asian Cuckoo).

 

सबसे छोटा प्रवासी पक्षी कौन सा है?

हमिंग बर्ड सबसे छोटा प्रवासी पक्षी है, और यह प्रवास करते समय 48 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यात्रा कर सकते हैं।

 

यह पंछी पर्यावरण में फैलते प्रदूषण की वजह से लुप्त होने जा रहे है। अगर इनका बचाव नही किया गया तो यह जल्द ही पृथ्वी पर समाप्त हो जाएंगे। अथार्त इनका संरक्षण बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है।

ऐसे में International Migratory Bird Day के इस ख़ास मौके पर हमें इनके संरक्षण पर ध्यान देना चाहिए। और अपने घर की छतों एवं बगीचों में इनके खाने पीने और आराम करने का प्रबंध करना चाहिए।

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