विश्व पर्यावरण दिवस 2025: जानिए थीम, इतिहास और मेजबान देश

यहाँ पर्यावरण संरक्षण के महत्त्वपूर्ण दिन यानि विश्व पर्यावरण दिवस 2025 की थीम, इतिहास और मेजबान देश के बारे में जानकारी दी गई है। आइए इसके महत्व और उद्देश्य को समझें।

World Environment Day की Theme, History और Host Country

Vishwa Paryavaran Diwas: 2025 में 5 जून (सोमवार) को 51वां विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है, इस साल मेजबान देश के तौर पर ‘कोरिया गणराज्य’ को चुना गया है, और इस वर्ष का विषय ‘प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना‘ है, जिसे ‘#GenerationRestoration‘ अभियान के साथ मनाया जाएगा, यह नारा प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने पर ध्यान केंद्रित करता है।

वर्ष 2022 मानव पर्यावरण पर पहले संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के 50 साल पूरे होने का प्रतीक है, जब 1972 में स्टॉकहोम सम्मेलन हुआ, जिसमें यूएनईपी की स्थापना और 5 जून को वर्ल्ड एनवायरनमेंट डे के रूप नामित किया गया।

Vishwa Paryavaran Diwas

 


World Environment Day Information in Hindi:
नामविश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day)
तिथि5 जून
शुरुआत1972 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा
पहली बार5 जून 1974
उद्देश्यदुनियाभर में पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को सचेत करने और इसके महत्व को समझाना।
थीम (2025)प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना
स्लोगन (नारा)Beat Plastic Pollution
मेजबान देश (2025)कोरिया गणराज्य

 

विश्व पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है? (इतिहास)

विश्व पर्यावरण दिवस हर साल 5 जून को मनाया जाता है, यह पर्यावरण के बारे में जागरूकता फैलाने पर समर्पित सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय दिवस है। इसकी शुरुआत संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 1972 में की गई थी, इसे संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) के नेतृत्व में वर्ष 1974 से ही आयोजित किया जा रहा है।

पर्यावरण दिवस की नींव उस समय रखी गई जब पहली बार 1972 मे स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में एक पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया गया था। जिसमें भारत समेत दुनिया भर के लगभग 119 देशों ने हिस्सा लिया था। हालांकि पहला विश्व पर्यावरण दिवस इसके दो साल बाद 5 जून 1974 को मनाया गया था।

 

क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड एंवायरमेंट डे? उद्देश्य/कारण

दुनिया भर में मनुष्य कार्यकलापों के कारण बढ़ते प्रदूषण और पर्यावरण की क्षति को रोकने के उद्देश्य से ही 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है और इसे मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना भी है।

  • पेड़ों की अंधाधुंध कटाई को रोकना,
  • जैव विविधता को बनाए रखना और विलुप्त होने वाले जीव जंतुओं का संरक्षण करना,
  • लोगों को प्रकृति और पर्यावरण के प्रति सचेत करना,

महत्व:
यूनाइटेड नेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल करीब 70 लाख लोग प्रदूषण से मारे जाते हैं, हवा में मौजूद प्रदूषण के महीन कण सांस लेने के दौरान फेफड़ों में जाकर इसे बुरी तरह प्रभावित करते हैं और इससे दमा और सांस लेने में दिक्कत जैसी बीमारियां उत्पन्न होती है।

 

 

World Environment Day 2025 की Theme क्या है?

इसकी शुरुआत से ही यह दिवस एक खास थीम पर आधारित होता है, 1974 में पहला World Environment Day “Only One Earth” Theme के साथ मनाया गया था। इस साल विश्व पर्यावरण दिवस 2025 की थीम ‘प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना‘ (Ending plastic pollution) है। 2024 में इसे ‘भूमि पुनर्स्थापन, सूखा लचीलापन और मरुस्थलीकरण प्रगति में तेजी लाना‘ (Accelerating land restoration, drought resilience & desertification progress) विषय के साथ मनाया गया था।

विश्व पर्यावरण दिवस 2023 का विषय ‘प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान‘ (Solutions to plastic pollution) पर केंद्रित था, जिसे ‘Beat Plastic Pollution‘ अभियान के तहत मनाया गया था। जिसका उद्देश्य हर साल होने वाले 400 मिलियन टन से अधिक प्लास्टिक उत्पादन (जिसमें लगभग आधा सिंगल यूज़ प्लास्टिक होता है), को खत्म करने की दिशा में काम करने हेतु लोगों को जागरूक करना है।

तो वहीं पिछली साल 2022 की थीम ‘केवल एक पृथ्वी‘ (Only One Earth) है। यह विषय हमारे ग्रह को संरक्षित करने और पुनर्स्थापित करने के लिए वैश्विक स्तर पर सामूहिक, परिवर्तनकारी कार्रवाई का आह्वान करता है।

इससे पहले 2021 की थीम ‘पारिस्थितिकी तंत्र बहाली’ (ecosystem restoration) थी, तो वहीं साल 2020 का विषय जैव विविधता (Biodiversity) पर केन्द्रित था।

 

World Environment Day Theme & Host Country in Hindi:
वर्षथीममेजबान देश
2023प्लास्टिक प्रदूषण मारोकोटे डी आइवर (नीदरलैंड द्वारा समर्थित)
2022केवल एक पृथ्वीस्वीडन
2021पारिस्थितिकी तंत्र की बहालीपाकिस्तान
2020जैव विविधताकोलंबिया
2019वायु प्रदूषण को हराएँचीन
2018प्लास्टिक प्रदूषण को हराएँभारत
2017प्रकृति से लोगों को जोड़नाकनाडा
2016अवैध वन्यजीव व्यापार के लिए जीरो टॉलरेंसअंगोला
2015सात अरब लोग, एक ग्रह, देखभाल के साथ उपभोग करें,इटली
2014समुद्र स्तर नहीं अपनी आवाज उठाएँ!बारबाडोस
2013सोचो, खाओ, बचाओ – अपना फ़ूडप्रिंट कम करेंमंगोलिया
2012हरित अर्थव्यवस्था: क्यो इसने आपको शामिल किया हैब्राजील
2011जंगल: प्रकृति आपकी सेवा मेंभारत
2010बहुत सारी प्रजाति। एक ग्रह। एक भविष्यबांग्लादेश
2009आपके ग्रह को आपकी जरुरत है- जलवायु परिवर्तन का विरोध करने के लिये एक होनामेक्सिको
2008आदत को लात मारो- एक निम्न कार्बन अर्थव्यवस्था की ओरन्यूजीलैंड
2007पिघलता बर्फ? – एक गंभीर विषयइंग्लैंड
2006मरुस्थल और मरुस्थलीकरण – शुष्क भूमि न छोड़ें!अल्जीरिया
2005हरित शहर: ग्रह के लिए योजनाअमेरिका
2004वांछित! समुद्र और महासागर – मृत या जीवितस्पेन
2003पानी – दो बिलियन लोग इसके लिए मर रहे हैंलेबनान
2002पृथ्वी को एक मौका देंचाइना
2001जीवन की वर्ल्ड वाइड वेब से जुड़ेंइटली और क्यूबा
2000पर्यावरण मिलेनियम – कार्य करने के लिए समयऑस्ट्रेलिया

 

विश्व पर्यावरण दिवस 2025 का मेजबान देश?

हर साल World Environment Day के मौके पर दुनिया भर के देशों के साथ एक समारोह आयोजित किया जाता है और कोई ना कोई देश इसकी मेजबानी (Host) करता है और हर साल अलग-अलग देशों को मेजबानी का मौका मिलता है।

इस साल विश्व पर्यावरण दिवस 2025 की वैश्विक मेजबानी ‘कोरिया गणराज्य‘, (Republic of Koreaa) द्वारा की जा रही है। तो वहीं अगली साल 2026 में यह आज़रबाइजान की मेजबानी में जलवायु परिवर्तन पर केंद्रित होगा।

पिछली साल 2023 में इसे ‘आइवरी कोस्ट‘, (Côte d’Ivoire) द्वारा नीदरलैंड के साथ साझेदारी में आयोजित किया गया था। साल 2022 में स्वीडन (Sweden) और 2021 में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) के साथ साझेदारी में पाकिस्तान ने होस्ट किया था।

जहाँ वर्ल्ड एनवायरनमेंट डे 2020 की मेजबानी जर्मनी के साथ साझेदारी में कोलंबिया ने की थी, तो वहीं 2019 का मेजबान ‘चीन‘ था और 2018 में 45वें पर्यावरण दिवस को होस्ट करने वाला देश भारत (India) था।

 

भारत में पर्यावरण दिवस (वर्ल्ड एनवायरनमेंट डे इन इंडिया)

भारत में पर्यावरण दिवस की शुरुआत से ही इसे मनाया जाता रहा है। 1972 में जब स्टॉकहोम में पर्यावरण को लेकर सम्मेलन हुआ तो भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री मती इंदिरा गांधी ही एकमात्र ऐसी विदेशी प्रधानमंत्री थी जिन्होंने इस सम्मेलन में भाग लिया, और पर्यावरण के कई गंभीर मुद्दों पर अपनी राय रखी।

पर्यावरण संरक्षण के लिए उन्होंने प्रिवेंशन एंड कंट्रोल पॉल्यूशन एक्ट 1974 भी पास किया। वे प्रदूषण के मुद्दे पर इतनी कठोर थी कि उन्होंने 1980 में पर्यावरण विभाग की स्थापना कर डाली।

इसके आलावा उन्होंनें पर्यावरण संरक्षण के सबसे बड़े आंदोलन चिपको को भी अपना पूरा सहयोग दिया। इसके बाद भारत में 19 नवंबर 1986 को पर्यावरण संरक्षण को लेकर पर्यावरण संरक्षण अधिनियम कानून भी लागू किया गया।

 

 

कैसे मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण दिवस

वर्ल्ड एनवायरनमेंट डे संयुक्त राष्ट्रीय पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) के नेतृत्व में सरकार और संगठनों द्वारा मनाया जाता है। हालांकि कोरोनावायरस महामारी के चलते इसे पिछले कुछ सालों से वर्चुअली आयोजित किया जा रहा था।

इस मौके पर कई प्रकृति और पर्यावरण संबंधी कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिसमें वृक्षारोपण, साफ सफाई और जागरूकता अभियान का भी आयोजन किया जाता है।

पृथ्वी पर जीवन बनाए रखने के लिए हमें पर्यावरण के साथ तालमेल बनाए रखना काफी आवश्यक है, हमें पेड़ पौधों जीव-जंतुओं और प्रकृति के साथ संतुलन बनाए रखना और उनका संरक्षण करना चाहिए ताकी पृथ्वी की आयु मे बढोतरी की जा सके।

मानव क्रियाकलापों के कारण आज वातावरण लगातार दूषित होता जा रहा है और इसका पृथ्वी पर सभी जीवों के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।

 

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